Description
नुभूति जन्य है। प्रश्नोत्तर उन्हीं के हैं। निःसन्देह प्रश्नों के उत्तर तलाशने में वे गहराई पर उतरकर अनुसंधान किए होंगे, अध्ययन, चिंतन-मनन व सत्संग किए होंगे। डायरी में उन्होंने बेलागलपेट के वही लिखा है, जो उनकी आत्मा ने उनसे कहा है। उनकी लिखी डायरी का प्रत्येक पृष्ठ तरह-तरह के आध्यात्मिक संदेशों से भरा पड़ा है। प्रत्येक पेज जिंदगीनामा है, जीवन दर्शन है तथा जिए पलों में अनुभव किए गए सत्य का सार है। आशा है समाहित भावों को पढ़कर जो भी जीवन जियेगा, जीवन कर्म में उतारेगा, उसे खुद की जिंदगी से, दुनिया से और नजदीकी रिश्तों से कभी कोई शिकायत नहीं रहेगी। स्वर्गीय हुकुमचंद जी, जीवन के सफ़र में उठने वाले प्रत्येक प्रश्नों के उत्तर डायरी में दर्ज किए हैं
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