Description
मन में तरंग बनकर उमड़ रहे विचार जब कलमबद्ध हो जाते हैं तब कविता जन्म लेती है। प्रभु कृपा रही कि प्रारम्भ से ही अनुराधा प्रकाशन के साथ नवोदित तथा प्रतिष्ठित कवि-कवयित्रियों जुड़ाव रहा है।
राष्ट्र भाषा प्रचार प्रसार हेतु अनुराधा प्रकाशन परिवार मासिक पत्रिका ‘व्यावहारिक अध्यात्म’, जिसका 16 वर्षों तक
सफलतापूर्वक प्रकाशन हुआ। साथ ही साढ़े 8 वर्षों से पाक्षिक समाचार पत्र ‘उत्कर्ष मेल’ का प्रकाशन हो रहा है, जिसमें साहित्यकारों का चिंतन काव्य-गीत, ग़ज़ल, लघुकथा, कहानी, समाचार इत्यादि प्रकाशित होते हैं।
नवोदित साहित्यकारों को एक मंच प्रदान करने तथा राष्ट्र भाषा के प्रचार में अधिक गति प्रदान करने के उद्देश्य से वर्ष 2015 में पहला साझा काव्य संकलन प्रकाशित हुआ जिसे ‘काव्य सुगन्ध’ नाम दिया गया। इसके लगातार अन्तराल में तीन अंक प्रकाशित हुए। फिर एक नये नाम के साथ ‘काव्य कलश’ के भी तीन अंक प्रकाशित हुए। उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के कवि-कवयित्रियों का विशेष साझा संकलन ‘शब्दों के रंग’ प्रकाशित हुआ ।
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