Description
जुनून-ए-इश्क़ सिर्फ शायरी या ग़ज़लियात की किताब ही नहीं ये जज़्बात हैं एक शायर के। इसमें शायर ने हर पहलू को मद्देनज़र रखते हुए लिखने की कोशिश की है। जब भी आप इस किताब को पढ़ेंगे तो एक-एक लफ्ज़ से आप खुद को जुड़ा हुआ महसूस करेंगे। इस के कई आशार आप को रुलाएंगे और कई आपको दुनिया की हकीकत से आगाह करवाएंगे। इस में ग़ज़लियात के अलावा आशार भी पढ़ने को मिलेगा।
Reviews
There are no reviews yet.