Sale!

Jadu ki Jhappi (जादू की झप्पी)

Original price was: ₹175.00.Current price is: ₹158.00. incl. GST

Looking for coupon codes? See ongoing discounts

इलैक्ट्रॉनिक मीडिया के दौर में जरूरत है बच्चों को उनकी कल्पना की उड़ान के साथ ही यथार्थ से भी जोड़ा जाए। आज के इस विज्ञान के युग में हमे भी किसी न किसी तरह से बच्चों की वैज्ञानिक सोच से जुड़ना होगा। बच्चे के मनोविज्ञान को समझते हुए बच्चा बनकर बच्चों के लिए अच्छे संस्कारों से भरा साहित्य लिखना होगा तथा इलैक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से उस साहित्य को बच्चों तक पहुँचना होगा। इस पहल को अन्जाम देने का बीड़ा डा० प्रतिभा माही ने उठाया है, अपनी चौथी पुस्तक “जादू की झप्पी” बच्चों को समर्पित की है। जिसमें अधिकतर कविताएँ माँ को समर्पित हैं। इस पुस्तक मे माँ को शक्ति स्वरूपा माना गया है। दरअसल माँ की गोद ही बच्चे की प्रथम पाठशाला है। डा0 प्रतिभा माही की माँ के प्रति बच्चों के मन में सम्मान जाग्रत करने के उद्देश्य से लिखी गई रचनाएं बेहद संवेदनशील है। जो बच्चों को उनके माता-पिता के प्रति उनके कर्तव्य का भान कराती हुई उनकी सेवा व पूजा करने की प्रेरणा देती है। हिन्दी गान सम्बधित कविताएँ बच्चों के मन में मातृभाषा हिंदी के लिए स्थान बनाती हैं इस पुस्तक की नन्हा बालक, जागो, सावन, सुबह सवेरे, भोर का तारा व भरों उडानें कविताएं बच्चों को प्रकृति से जोड़ती हुई उसके सौन्दर्य को दर्शाती है। कवियित्री की कविता एक ओर लक्ष्य से रूबरू कराती है तो दूसरी ओर बच्चों के हृदय में राष्ट्र प्रेम व देश भक्ति का एहसास करा आजादी के महत्व को बताती हुई वीर गॉथाओं का बखान करती है, तो कही किसी कविता मे कवयित्री बेटियों के सम्मान की बात करती है। “जादू की झप्पी” इस पुस्तक मे कवयित्री में मासूम बच्चों की मनः स्थिति को भाँपतें हुए उनके हृदय रूपी सागर से चुन-चुन कर मोतियों को संजोया है जिसमें सभी रस समाहित है।

10 in stock

Purchase this product now and earn 1 Reward Point!
Buy Now
SKU: AP-5623 Category: Tag:
Report Abuse

Description

डा० प्रतिभा माही बहुमुखी प्रतिभा की धनी है, साहित्य के क्षेत्र में एक प्रसिद्ध ग़ज़लकार के रूप मे एक मुकाम हासिल कर चुकी है। उनकी पहली पुस्तक ग़ज़ल संग्रह “इश्क मेरा सूफियाना” उनके जीवन का चित्रण करती हुई प्रेम श्रृंगार, वियोग व सूफियाना इत्यादि रंगों से सराबोर है। माही की दूसरी पुस्तक “चन्दा मामा आओ ना” बालपन की मासूम झलकियों को समैटे हुए बाल गीत व भक्ति गीतो से मनमोहक चित्रों सहित सज्जी हुई है जो छोटे-2 नन्हे-2 मासूमों को अपनी ओर आकर्षित कर खेल ही खेल मे अच्छे संस्कारों की सीख देती है अक्सर देखने में आया है कि शहरीकरण, पलायन व संयुक्त परिवारों के विघटन के वर्तमान दौर में बच्चे दादा-दादी, नाना-नानी व माता-पिता से दूर होते जा रहे हैं। कई बच्चों को तो बचपन में ही घर से दूर स्कूल के हॉस्टिल में भेज दिया जाता रहा है। महंगाई के दौर में माता-पिता दोनों नौकरी करने के लिए मज़बूर हैं। घर पर बच्चों की देखभाल आया ही करती है। ऐसे में बच्चे अपने दादा-दादी, नाना-नानी व माता-पिता से मिलने वाले प्राकृतिक प्यार से वंचित रह जाते हैं। इस कारण अधिकतर बच्चे असंवेदनशील होते जा रहे हैं, जिसकी परिणीति हम सब आज समाज में देख रहे हैं। एक दौर था जब गांव-मुहल्ले के सारे बच्चे स्कूल से आकर समूह में खेलते थे। इससे उनके मन में टीम भावना जाग्रत होती थी। नेतृत्व करना भी वे सीखते थे। समूह में वे अच्छी बातें भी सीखेते थे तो कुछ दोस्तों से गाली-गलौच भी सीखते थे। बच्चा गाली गलौच न सीखे, इसके लिए आज अभिभावकों ने बच्चे के लिए घर के अंदर ही कंप्यूटर, वीडियो गेम व टेलीविजन व मोबाइल बच्चे के लिए रख दिया है। इस कारण आज का बच्चा प्रकृति से दूर होता जा रहा है। मोबाइल या कंप्यूटर के गेम में मार-धाड़ वाले खेलों से कहीं न कहीं वह हिंसक प्रवृत्ति की ओर बढ़ रहा है। इंटरनैट ने उसे विशाल दुनिया से तो जोड़ दिया है, परंतु वह अपने घर के लोगों से ही दूर होता जा रहा है। उसकी दोस्ती टेलीविजन, कंप्यूटर या मोबाइल से हो गई हैं। स्कूल के भारी बस्ते, होमवर्क व ट्यूशन संस्कृति ने बच्चे का बचपन छीन लिया है। उसके पास खेलने का तक समय नहीं है। अभिभावक उसे बाल पत्रिकाएं या दूसरी बालोपयोगी पुस्तकें इसलिए नहीं देना चाहते हैं कि उसका ध्यान पढ़ाई से भटक जाएगा। आज के अभिभावक बच्चों को पढ़ा-लिखाकर इंजीनियर व डॉक्टर के तौर पर पैसा कमाने की मशीन तो बनाना चाहते हैं, परंतु बच्चा एक अच्छा इंसान बने इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके लिए बचपन से ही बच्चों में अच्छे संस्कार जाग्रत करने होगें।

Additional information

Language

Publisher

Condition

Reviews

There are no reviews yet.

Only logged in customers who have purchased this product may leave a review.

Loading...

Seller Information

Product Enquiry