Sansad Se Sarak Tak by Sudama Pandey Dhoomil
₹199.00 incl. GST
Looking for coupon codes? See ongoing discountsधूमिल मात्र अनुभूति के नहीं, विचार के भी कवि हैं। उनके यहाँ अनुभूतिपरकता और विचारशीलता, इतिहास और समझ, एक-दूसरे से घुले-मिले हैं और उनकी कविता केवल भावात्मक स्तर पर नहीं बल्कि बौद्धिक स्तर पर भी सक्रिय होती है।
धूमिल ऐसे युवा कवि हैं जो उत्तरदायी ढंग से अपनी भाषा और फ़ार्म को संयोजित करते हैं।
धूमिल की दायित्व-भावना का एक और पक्ष उनका स्त्री की भयावह लेकिन समकालीन रूढि़ से मुक्त रहना है। मसलन, स्त्री को लेकर लिखी गई उनकी कविता ‘उस औरत की बग़ल में लेटकर’ में किसी तरह का आत्मप्रदर्शन, जो इस ढंग से युवा कविताओं की लगभग एकमात्र चारित्रिक विशेषता है, नहीं है बल्कि एक ठोस मानव स्थिति की जटिल गहराइयों में खोज और टटोल है जिसमें दिखाऊ आत्महीनता के बजाय अपनी ऐसी पहचान है जिसे आत्म-साक्षात्कार कहा जा सकता है।
उत्तरदायी होने के साथ धूमिल में गहरा आत्मविश्वास भी है जो रचनात्मक उत्तेजना और समझ के घुले-मिले रहने से आता है और जिसके रहते वे रचनात्मक सामग्री का स्फूर्त लेकिन सार्थक नियंत्रण कर पाते हैं।
यह आत्मविश्वास उन अछूते विषयों के चुनाव में भी प्रकट होता है जो धूमिल अपनी कविताओं के लिए चुनते हैं। ‘मोचीराम’, ‘राजकमल चौधरी के लिए’, ‘अकाल-दर्शन’, ‘गाँव’, ‘प्रौढ़ शिक्षा’ आदि कविताएँ, जैसा कि शीर्षकों से भी आभास मिलता है, युवा कविता के सन्दर्भ में एकदम ताज़ा बल्कि कभी-कभी तो अप्रत्याशित भी लगती हैं। इन विषयों में धूमिल जो काव्य-संसार बसाते हैं, वह हाशिए की दुनिया नहीं, बीच की दुनिया है। यह दुनिया जीवित और पहचाने जा सकनेवाले समकालीन मानव-चरित्रों की दुनिया है जो अपने ठोस रूप-रंगों और अपने चारित्रिक मुहावरों में धूमिल के यहाँ उजागर होती है।
—अशोक वाजपेयी
10 in stock
- Shipping
- Additional information
- Reviews (0)
- Questions & Answers
- Seller Info
- More Products
- Product Enquiry
Additional information
Weight | 125 g |
---|---|
Dimensions | 20 × 13 × 1 cm |
Book Author | |
Publisher | |
Language | |
Pages | 127 |
Binding | |
Condition |
Only logged in customers who have purchased this product may leave a review.
Seller Information
- Store Name: Rajkamal Prakashan
- Seller: Rajkamal Prakashan
- No ratings found yet!
-
Hindi Urdu Aur Hindustani by Padamsingh Sharma
Sale! Original price was: ₹695.00.₹591.00Current price is: ₹591.00. incl. GST Buy NowAdd to cart -
Yugon Ka Yatri : Nagarjun Ki Jeewani by Taranand Viyogi
Sale! Original price was: ₹450.00.₹405.00Current price is: ₹405.00. incl. GST Buy NowAdd to cart -
Kariyan by Bhishma Sahni
Sale! Original price was: ₹299.00.₹269.00Current price is: ₹269.00. incl. GST Buy NowAdd to cart -
Vichar Ka Aina : Kala Sahitya Sanskriti : Jawaharlal Nehru by Jawaharlal Nehru, Ed. Rama Shankar Singh, Series Ed. Badari Narayan
Sale! Original price was: ₹250.00.₹225.00Current price is: ₹225.00. incl. GST Buy NowAdd to cart
Reviews
There are no reviews yet.